भारत के तट से 900 नॉटिकल मील दूर मालदीव की राजधानी माले से 698 भारतीय नागरिकों के भारतीय नौसेना के एंफिबियस जंगी जहाज़ आईएनएस जलाश्व में सवार होने के साथ भारतीयों की घर वापसी के लिए सबसे बड़ा अभियान ऑपरेशन समुद्र सेतु शुरू हो गया। अगले कुछ दिनों में आप ऐसी कई तस्वीरें देखेंगे जिनमें दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में कोरोना के लॉकडाउन में फंसे भारतीयों को भारतीय नौसेना और वायुसेना घर लेकर आएगी। नौसेना के दो जहाज़ आईएनएस जलाश्व और आईएनएस मगर 6 मई को मालदीव के लिए निकले थे। जलाश्व 8 मई को मालदीव पहुंच गया और अब इसमें कुल 698 भारतीयों को लाया जा रहा है जिनमें गर्भवती महिलाएं और बच्चे भी हैं। इन सभी को मालदीव में भारतीय दूतावास के सहयोग से पहले बंदरगाह पर लाया गया फिर इनकी मेडिकल जांच की गई। इसके बाद इन्हें जलाश्व के अंदर बने केबिनों में ले जाया गया और इनकी वापसी की यात्रा शुरू हो गई। आईएनएस जलश्व को 2007 में अमेरिकी से खरीदकर भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था। ये बहुत विशाल जहाज़ है और इसकी लंबाई 179 मीटर, चौड़ाई 31 मीटर है। ये 3 मेगावॉट बिजली बनाता है और हर रोज़ समुद्र से हर रोज़ 60000 गैलन मीठा पानी बना सकता है। इसमें जबरदस्त मेडिकल सुविधाएं हैं। इसलिए जलाश्व को ही भारतीयों को लाने के लिए चुना गया। लेकिन इस अभियान से पहले इसमें कुछ बदलाव किए गए। इसमें अलग से बेड लगाए गए और लोगों को लाने से पहले इसे पूरी तरह साफ किया गया। अब भारतीय इस आरामदायक जहाज़ में बैठकर केरल को कोच्चि बंदरगाह पहुंचेंगे और वहां से अपने घर।
OPERATION SAMUDRA SETU STARTS
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